April 1, 2025

शिक्षा

“रफ्ता-रफ्ता, मद्धम-मद्धम, धीरे-धीरे, आँख मिचोली ज़िंदगी के तीरे-तीरे, झोंपड़ियों में हाथों से आपके हर दिन, रहें पहुँचते...
सरहदें नहीं होती प्यार की कोई, न दिन, महीना ,साल होता हैं, बस! इश्क तो बेमिसाल होता...
  हिन्दुस्तान के बगिया की आन,बान, सम्मान बेटी, आर्यावर्त के हर कोने की मान,शान पहचान बेटी, सीता,सावित्री,...