
लोकसभा में गूंजा काले हिरण का मुद्दा।
प्रयागराज 18 मार्च। प्रयागराज सांसद उज्जवल रमण सिंह ने आज नियम 377 के तहत लोकसभा में काले हिरण के जान की सुरक्षा का मुद्दा उठाया जिसमें उन्होंने कहा कि 200 बीघा मृग संरक्षण केंद्र चांद खमरिया कोरांव में लगभग 700 काले हिरण रहते हैं जिनकी देखभाल वहाँ कि कोल आदिवासी जाति करते हैं जैसे राजस्थान में विश्नोई समाज करता है। उन्होंने कहा कि इस पठारी क्षेत्र में पेयजल की भीषण किल्लत होती हैं गर्मी के दिनों में तो ये आदिवासी दूर दूर से पानी लाकर प्यासे काले हिरणों की प्यास बुझाते हैं क्योंकि हिंदू मान्यता के अनुसार काले हिरण पूजनीय हैं।लेकिन दूर्भाग्य कि बात है कि सरकार इनके जान की सुरक्षा नहीं कर पा रही हैं भूख प्यास के साथ शिकारी भी इनका शिकार कर रहे हैं और सजा भी नहीं हो रही हैं।उक्त जानकारी देते हुए सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने बताया कि सांसद ने लोकसभा में कहा कि सरकार चांद खमरिया संरक्षण पार्क कोरांव की दयनीय स्थिति पर ध्यान दें निरही जीव शिकारियों के निशाने पर आसानी से आ जाते हैं क्योंकि वन विभाग ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं और गांव वालों की शिकायत पर शिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होती हैं तो उसपर कोई भी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुईं काले हिरण के शिकारियों की गिरफ्तारी कर सजा मिलें तो लोगों में डर बैठेगा और शिकार कम होंगे।
सांसद ने मांग किया कि काले हिरण की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाय और उनके पीने के लिए पानी की उपलब्धता गर्मी में सुनिश्चित करें सरकार।