बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए हर अभिभावक फीस के रूप में सालाना मोटी रकम स्कूल काॅलेज में जमा कराते है, लेकिन में एक ऐसा भीसंस्थान है जो अपने विद्यार्थियों में फीस लेने की बजाए उनकी लिखाई पढ़ाई का खर्चा भी स्वयं वहन करता है। ऐसा संभव हो पाया दूसरों के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा रखने शाहजहापुर अनुपशहर के सुमित शर्मा के प्रयासों की बदौलत। गांधी जयंती 2022 के पावन अवसर शिक्षा की डोर कामयाबी की ओर मिशन से वे आर्थिक रूप से कमजोर, अनाथ व दिव्यांग बच्चों के लिए इस निःशुल्क संस्थान का संचालन कर रहे हैं। उनके संस्थान में 100 बच्चे अध्ययनरत है और उनका मकसद ऐसे ही संस्थान जिले भर में खोलने का है
Related Stories
January 6, 2025