
पुर्वांचल के लगभग सभी जिलों में बाजार, नगर व शहर में रहने बंदरों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल के वर्षों में बंदरों के हमले से पूर्वांचल में हजारों लोग अब तक घायल हो चूके है बावजूद इसके अभी तक बंदरों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने से लोगों में रोष व्याप्त है।
हाल के वर्षों में पूर्वांचल में बंदरों का आतंक इतना अधिक बढ़ गया है कि लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। दुकान, घर व मकान का दरवाजा खुला होने पर बंदर घरों में प्रवेश कर जाते हैं। जिससे घर व गृहस्थी का सामान नष्ट हो जा रहा है विद्यालय में बच्चों पर भी बंदरो के हमले की खबर आ रही है।