
जब जन जन की आवाज ताकत दिखाती है और अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठाती है, तो बदलाव संभव होता है।शासन–प्रशासन ने हम सबकी की मांग पर वीर अब्दुल हमीद का नाम फिर से लिख दिया, यह साबित करता है कि अगर लोग एकजुट होकर न्याय की लड़ाई लड़ें, तो कोई भी गलत फैसला ज्यादा देर तक टिक नहीं सकता है।पुनः नाम अंकित करना स्वागतपूर्ण कदम है
परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद जी से जुड़े विद्यालय का नाम बदलने और विरोध होने पर फिर से अंकित करने के बाद विद्यालय की दीवारों पर जहां परमवीर चक्र विजेता का नाम पुनः की भांति अंकित कर दिया गया है जो स्वागतपूर्ण कदम है।कांग्रेसजनों ने नाम बदलने पर आपत्ति जताई थी व आंदोलन की चेतावनी दी गई थी।
*महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा की* –जब जन–जन की आवाज अपनी ताकत दिखाती है और अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठाती है, तो बदलाव संभव होता है।शासन – प्रशासन ने हम सबकी मांग पर वीर अब्दुल हमीद का नाम फिर से लिख दिया, यह साबित करता है कि अगर लोग एकजुट होकर न्याय की लड़ाई लड़ें, तो कोई भी गलत फैसला ज्यादा देर तक टिक नहीं सकता है।वीर अब्दुल हमीद हम सभी के लिए प्रेरणा हैं, और उनकी वीरता हमें सिखाती है कि अपने अधिकारों और सम्मान के लिए हमेशा डटे रहना चाहिए।पुनः की भांति नाम अंकित कर दिया गया है जो स्वागतपूर्ण कदम है।वीर अब्दुल हमीद जी का नाम बदलने पर हम कांग्रेसजनों के अंदर आक्रोश था।हम कांग्रेसजन इस प्रकरण पर आंदोलन करने के लिए प्रतिबद्ध थे खैर शासन – प्रशासन इस बात को संज्ञान में लेते हुए पुनः नाम अंकित करने का जो कार्य किया हम उसकी तारीफ करते है। व भविष्य में किसी प्रकार कोई छेड़छाड़ न हो इसकी जवाबदेही भी सरकार तय कर दे।हमारे प्रदेश अध्यक्ष अजय राय जी ,शीर्ष व प्रदेश नेतृत्व इस प्रकरण पर आपत्ति /विरोध जाहिर कर चुके थे। गाजीपुर के कांग्रेसजन धरना कर अपना विरोध दर्ज कराए हम काशी के कांग्रेसजन मीडिया/सोशल मीडिया/मंडलायुक्त महोदय वाराणसी के माध्यम से चेतावनी के रूप में विरोध दर्ज कराए नतीजा आप सबके सामने है सरकार को नाम वापिस लिखना पड़ा।यह सरकार जितना भी तथ्य को छुपाए मिटाए वीरों के योगदान को नजरअंदाज करे पर वीरों की छाप तो अमिट होती है और अमिट ही रहेगी।वीर अब्दुल हमीद जी के नाम पर चलने वाले विद्यालय का नाम बदले जाने पर हम कांग्रेसजनों ने एक स्वर में कहा था कि हम अपने शहीदों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।आज उस विद्यालय का नाम फिर से वीर अब्दुल हमीद के नाम पर कर दिया गया।भाजपा को याद रखना चाहिए कि हमारे महापुरुषों के संस्मृतियों से खिलवाड़ उसे बहुत भारी पड़ेगा।परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद जी अमर रहें हर भारतीयों के दिलों में वीर अब्दुल हमीद की जीवित है।