
किसी गरीब किसान को फसल बीमा का लाभ नहीं मिला।
2 जनवरी। प्रयागराज सांसद उज्जवल रमण सिंह ने पीएम फसल योजना को कागजी बताते हुए कहा कि जब बुवाई के समय डीएपी की जरूरत होती हैं तो वो सोसायटी से गायब और जब किसानों को खड़ी फसल में यूरिया डालने की जरूरत होती हैं तो सोसायटी से वो नहीं मिलती किसान मजबूरी में ब्लैक में बाजार से खराब और नकली खाद खरीदने को मजबूर होता हैं।उन्होंने कहा कि किसानों को खाद की जगह लाठी मिलतीं हैं और सरकार वाहवाही लूटने के लिए एक से बढ़कर एक धोषणा करतीं हैं।
सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने बताया कि जमुनापार में लगातार दौरा करने के दौरान किसानों ने बताया कि धान के फसल में जोरई लग गई थी जिससे 50%उत्पादन प्रभावित हुआ जिसपर सांसद उज्जवल रमण सिंह ने उच्च अधिकारियों से वार्ता कर किसानों की मदद के लिए सरकार को आगे आने के लिए कहा और जो किसान बीमा से क्षतिपूर्ति कराने की मांग किया लेकिन अधिकारियों ने नियम का हवाला देकर कि जबतक 40% फसल का नुकसान नहीं होता तब तक फसल बीमा से क्षतिपूर्ति नहीं मिलती और मजे की बात यह है कि अधिकार 25-30% से ज्यादा का नुकसान कभी दर्शाते ही नहीं तो क्षतिपूर्ति कहा से मिले सांसद उज्जवल अक्सर किसानों से पुछते हैं कि आपलोगों को किसान बीमा का लाभ तो मिला होगा तो किसी ने भी नहीं बताया कि उसकों कभी कोई लाभ मिला हो।
प्रतिनिधि ने कहा कि 175₹ प्रति बोरी बढ़ा दाम भी किसान खरीद ले पर जब समय से खाद मिले लाठी खाने से तो अच्छा है पर खाद तो सरकार उपलब्ध करा नहीं पाती वाहवाही अलग लूटते हैं।
सांसद उज्जवल रमण सिंह ने कहा कि पीएम फसल योजना सिर्फ कागजी दिखवा हैं खाद सब्सिडी व फसल बीमा से उधोगपतियों को लाभ पहुचाया जाता हैं इन योजनाओं से किसानों को कोई लाभ नहीं मिलता।