
वाराणसी :बीएचयू के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रो. ओमशंकर ने कहा कि बीएचयू नियमों के परे नियुक्ति और प्रमोशन हो रहा है। इंस्टीट्यूट ऑफ इमिनेंस (आईओई) योजना के तहत आवंटित एक हजार करोड़ रुपए का दुरुपयोग हो रहा है। बीएचयू में भ्रष्टाचार चरम पर है। मैंने कुलपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा है। उन्होंने कार्डियोलॉजी विभाग में बेड खाली होने पर भी मरीजों की भर्ती नहीं करने का आरोप लगाया है। डॉ. ओमशंकर ने कहा कि मरीज किशुना देवी जैसी कई मरीजों की मौत हो गई। इसे टाला जा सकता था।
अपने विभाग में प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने कहा कि कार्डियोलॉजी विभाग में 2.56 करोड़ रुपये के चिकित्सा उपकरण खरीदे गए थे। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने इसमें बड़ी अनियमित्ता पाई थी। इसके बाद भी बिल पास हो गया। कायाकल्प योजना का बंटाधार हुआ है। उन्होंने कहा कि यूजीसी मानदंडों के अनुसार आरक्षण रोस्टर का अनुपाल नहीं हो रहा है। एससी, एसटी और ओबीसी श्रेणी के सैकड़ों योग्य उम्मीदवार चयन प्रक्रिया से बाहर हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्डियोलॉजी विभाग में पैसे के लिए मरीजों को अनावश्यक रूप से स्टेंट लगाए जाते हैं। भ्रष्टाचार से लड़ने वालों का उत्पीड़न किया जाता है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सुरक्षाकर्मी प्रो. ओमशंकर को रोकने पहुंचे थे। उन्होंने आदेश मांगा तो वे वापस हो गए