
राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर में आज दिनांक 30 नवंबर 2024 को महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग एवं आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चियन प्रकोष्ठ (आई क्यूं ए सी) की ओर से भोपाल की प्रसिद्ध परामर्श मनोवैज्ञानिक एवं मोटिवेशनल ट्रेनर डॉ रीना सिंह राजपूत का व्याख्यान आयोजित किया। यह व्याख्यान छात्राओं के सर्वांगीण विकास एवं कल्याण से संबंधित था। कार्यक्रम की प्रारंभ में मनोविज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ शिवकुमार ने मुख्य अतिथि का परिचय देते हुए स्वागत किया। मनोविज्ञान में पीएचडी एवं पोस्ट डॉक्टरल फैलोशिप प्राप्त डॉ रीना सिंह ने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल एवं जागरण लेक सिटी विश्वविद्यालय भोपाल में पूर्व में अपनी सेवाएं दी हैं तथा वर्तमान में इंडियन स्कूल साइकोलॉजी संगठन से जुड़कर देशभर में सैकड़ो वर्कशॉप विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास, अभिभावकों एवं शिक्षकों को प्रशिक्षित करने हेतु आयोजित किए हैं।
इस अवसर पर डॉ रीना सिंह राजपूत ने मनोविज्ञान विभाग में उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब लोग नियमित रूप से कॉलेज आए और अपना करियर अवश्य बनाएं। जीवन में जो भी करें उसमें विशिष्टता अवश्य प्राप्त करें। समय से शादी करें और शादी के बाद भी अपनी भविष्य के दरवाजे बंद ना करें । अपने लिए नियमित 20 मिनट समय निकाल कर शारीरिक क्रियाएं अवश्य करें तथा प्रतिदिन कुछ ना पढ़ने की आदत जरूर डाले, जो मस्तिष्क के लिए भोजन का कार्य करें। जीवन में सकारात्मक होना बहुत जरूरी है, इससे आप ऊर्जावान बने रहेंगे। कोशिशें कामयाब होती हैं, वादे टूट जाते हैं। इसलिए जहां भी हैं, जैसे भी हैं, वहां पर सर्वोत्तम कोशिश करते रहना चाहिए। स्वयं खुश रहे, दूसरों को खुशियां दें। अपनी खूबियां पहचाने और उसे विकसित करें। आपने आगामी परीक्षाओ से संबंधित तैयारी के लिए भी महत्वपूर्ण टिप्स दिए। व्याख्यान के अंत में आपने छात्राओं एवं शिक्षकों से संवाद करते हुए उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया तथा एक्टिविटीज के माध्यम से उन्हें मजबूत बनने, अपनी खूबियां पहचानने एवं उनके व्यक्तित्व की अनूठेपन का भी अनुभव कराया।
इससे पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर डॉ अनीता कुमारी ने मुख्य वक्ता डॉ रीना सिंह को पुष्प, अंगवस्त्रम एवं महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका कीर्ति भेंट कर स्वागत किया। आपने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक कौशल विकसित कर अपनी क्षमताएं बढ़ाएं। अपनी खूबियों को पहचाने तथा अपने जीवन की राह स्वयं चुने। आपने मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित इस व्याख्यान की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए छात्राओं को इससे लाभ लेने का आवाहन किया। महाविद्यालय की उपमुख्यशास्ता डॉ संगीता मौर्य ने ओजपूर्ण आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन मनोविज्ञान विभाग के प्रभारी डॉ शिव कुमार ने किया। इस दौरान डॉ इकलाख खान, डॉ विकास सिंह, डॉ अकबरे आजम, डॉ रामनाथ केसरवानी, डॉ पीयूष सिंह, डॉ दिवाकर मिश्रा, डॉ नेहा कुमारी, डॉ मनीष सोनकर आदि प्राध्यापक गण एवं मनोविज्ञान विभाग परिषद की छात्राएं सुप्रिया शर्मा, अंजली चौरसिया,मालती यादव, दीक्षा यादव, खुशी अग्रहरी अभिलाषा राय आदि उपस्थित रहे।