
राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर में डॉ निरंजन कुमार यादव के निर्देशन में शोध कार्य कर रहे श्री अरुण प्रताप यादव की शोध मौखिकी संपन्न हुई। श्री यादव ने अपना शोध प्रबंध ” जगदीश चंद्र का कथा साहित्य और हाशिए का समाज” विषय पर लिखा है। बाह्य परीक्षक प्रो बिपिन कुमार काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी ने शोध कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि हिंदी में जहां एक तरफ़ शोध के नाम पर पिष्टपेषण हो रहा है वहीं अरुण जी ने एक नए लेखक और विषय का चुनाव किया है। वह अरुण प्रताप को बधाई देते हुए स्तरीय शोध कराने की सलाह दी। शोध निर्देशक डॉ निरंजन कुमार यादव ने इस अवसर पर हर्ष व्यक्त करते हुए शोधार्थी का मुंह मीठा कराया। इस अवसर पर प्राचार्य अनीता कुमारी, मीडिया प्रभारी डा शिवकुमार, डा विकास सिंह, डा अमित यादव, डा शशिकला जायसवाल, हिंदी विभाग की डा संगीता मौर्य, नेहा कुमारी, डा शिखा सिंह आदि शिक्षकों ने अरुण प्रताप यादव के श्रम की प्रशंसा करते हुए बधाई दी।