मऊ – बिरहा सम्राट , कवि हृदय श्री गिरिधारी लाल मौर्य जी खरगीपुर दुबारी जनपद मऊ निवासी श्री शिवपूजन मौर्य के पुत्र थे। इनका जन्म 9-7-1958 को हुआ था , ये संसार को छोड़कर लम्बी बीमारी के कारण 6 -3-2024 को प्रातः काल में दिवंगत हो गए ये अपने परिवार में एक पुत्र,दो पुत्रियां समेत पूरा परिवार व गांव को शोकाकुल करके चले गए। इनके पुत्र डॉक्टर अरुण कुमार मौर्य न्यूरो सर्जन हैं। श्री मौर्य वन विभाग में रेंज ऑफिसर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
रचनाओ में इन्होंने वन तरंग पत्रिका के अतिरिक्त साहित्य का गहन अध्ययन करते हुए श्री बीरा बाबा चालीसा, गीता मंजरी आदि की रचना किए तथा बिरहा के क्षेत्र में इनके द्वारा रचित बिरहा का गायन लोक गायक श्री चंद्रकिशोर पाण्डेय जी द्वारा किया जाता रहा है। इस तरह से इनके अचानक निधन से गांव निवासी ई .त्रियुगीनारायण सिंह , डॉक्टर अभय नारायण सिंह , जयनारायण सिंह, हरे राम मौर्य, संजय गोस्वामी, डॉक्टर सुरेन्द्र सिंह, अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के प्रदेश प्रमुख अजीत प्रताप सिंह समेत समस्त ग्राम वासियों व अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय स्तर से ब्लॉक स्तर तक के पदाधिकारियों ने शोक संवेदना व्यक्त किया।
याद कर भावुक हुए अजीत प्रताप सिंह :
बिरहा सम्राट के निधन पर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के प्रदेश प्रमुख अजीत प्रताप सिंह भावुक हो गए और स्मृति याद करते हुए उन्होंने बताया कि बिरहा सम्राट के निधन उनके लिए पारिवारिक क्षति है 18 वर्ष पूर्व हमारे शादी में इन्होने गीत लिखा था जो बेहद लोकप्रिय रहा