, महानगर कांग्रेस कमेटी वाराणासी के महानगर अध्यक्ष द्वारा आज मैदागिन कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन पर पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए ट्रामा सेंटर बी एच उ ट्रामा प्रभारी सौरभ सिंह पर भष्टाचार का निम्न आरोप लगाते हुये काशीवासियों व पत्रकार साथियों का सहयोग मांगा,
१. प्रोफेसर के रूप में जालसाजी एवं कुटरचित दस्तावेजों से प्रमोशन।
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी द्वारा सभी आरोप सही पाए जाने पर बचाने के लिए एक दूसरी कमेटी बना कर लीपा पोती। इसकी शिकायत राष्ट्रपति महोदय द्वारा अग्रेषित करने के बावजूद उसको बीएचयू प्रशासन द्वारा दबाए बैठे रहना।
२. ट्रामा सेंटर प्रभारी के रूप में खरीद स्वरूप में व्यापक रूप से घोटाला।
इसकी जानकारी सभी सबूत सहित देने के बावजूद बीएचयू प्रशासन द्वारा घोटाले में लिप्त सौरभ सिंह, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के के गुप्ता एवं वित्त अधिकारी अभय ठाकुर को ही जांच के लिए सौंप देना। जिन पर आरोप है उन्हीं से जांच करा रहे हैं वाइस चांसलर।
३. क्षेत्रीय नेत्र संस्थान के 14 करोड़ के बजट से ट्रॉमा सेंटर में नेत्र रोग से जरा भी संबंध नहीं रखने वाली वस्तुओं अवैध तरीके से क्रय।
४. बिना जरुरत के ट्रॉमा सेंटर से संबंधित बिना किसी विभाग के मांग के यानी कि कोई डिमांड किसी विभाग द्वारा नहीं भेजने के बावजूद भी केवल सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने के लिए करोड़ों रुपए का टेंडर देकर औने-पौने दामों में घटिया चीजों की खरीद की गई है। वस्तुओं को स्किल लब एवं बोन मैरो ट्रांसप्लांट सेंटर की बिल्डिंग में उनको गोदाम बनाकर रखा गया है। स्किल सेंटर का काम है एमबीबीएस स्टूडेंट को शिक्षण एवं प्रशिक्षण देना।
५. SUPPLY of Items from unregistered firms which is mandatory as per Rule 150 of GFR 2017 of Govt of India
जिन कंपनियों से खरीद की गई है वह अधिकतर उनके रिश्तेदारों कंपनी है। उनमें से उनकी नाम राशि सौरभ सिंह का सन ट्रेडर्स उनकी मौसी का लड़का है। एवं इनमें से किसी भी SUN TRADERS, अल्फा बायोप्लास्ट, भाविका ट्रेडिंग इत्यादि का कोई भी रजिस्ट्रेशन सप्लायर के रूप जो कि नियम 150 जीएफआर 2017 के तहत होना जरूरी है वह भी नहीं किया गया और इस पर झूठी जानकारी दी जा रही है।
७. SUPPLY OF ITEMS BEFORE AWARD OF CONTRACT
सबसे दिलचस्प यह है कि 31 मार्च 2023 को की गई खरीद जिसमें वास्तव में खरीद का जो आर्डर है वह तो 31 मार्च को जारी हुआ है परंतु ट्रॉमा सेंटर के आवक रजिस्टर एवं सीसी टीवी फुटेज को देखने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह सामान तो एक हफ्ते पहले ही आ चुका था यानी कि टेंडर जारी होने के पहले।
८. विश्वविद्यालय के अधिकारी / कुलपति किसी भी इनकी शिकायत का कोई भी संज्ञान नहीं लेते हैं एवं इसको इधर-उधर की बात कर सौरभ सिंह को संरक्षण देते हैंI
९-ट्रामा सेंटर व BHU में प्राइवेट बाऊंसर लगा रखे है, जो कि आये दिन मरीजो व उनके तीमारदारों से दुर्ब्यवहार करते है,
अतः BHUद्वारा किसी भी जांच होने की निष्पक्ष जांच होने की संभावना नहीं है।
सीबीआई या किसी अन्य निष्पक्ष जांच एजेंसी जो काशी हिंदू विश्वविद्यालय के या बनारस के बाहर की उस कराई जाए और निष्पक्ष जांच होने के लिए इनका पद से हटना अत्यंत आवश्यक है।
पत्रकार वार्ता में-महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे, फ़साहत हुसेन बाबू,डॉ राजेश गुप्ता,वकील अंसारी,उमेश दृवेदी,अब्दुल हमीद डोडे, रजित तिवारी,रोहित दुबे,विनीत चौबे,मो उज्जैर, नसीम,आकाश सिंह,साहिद जमाल समेत कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।।