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*👉ऑपरेशन विजय सुप्रीमों ने सिक्किम अरुणाचल प्रदेश नगालैंड मणिपुर मिजोरम त्रिपुरा मेघालय सहित भूटान की लगातार पूरी की यात्रा*
*👉ऑपरेशन विजय के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों के गांवों शहरों से लेकर धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों का 20 दिन किया भ्रमण*
*👉ऑपरेशन विजय सुप्रीमों शिवमंगल सिंह ने अपनी 20 दिवसीय पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा में वहां की संस्कृति एवं वर्तमान स्थिति को समझा*
*👉पूर्वोत्तर को राज्यों की यात्रा से लौटे शिवमंगल सिंह ने कहा पूर्वोत्तर राज्य देश के लिए अहम दिली जुड़ाव के लिए कानून एवं और कार्य की जरुरत*
देश व समाज के लिए तन, मन, धन न्योछावर करने वाले गैर राजनैतिक, देशव्यापी, देश के कई महामहिमों द्वारा सराहनीय “ऑपरेशन विजय” (बुराइयों के खिलाफ जंग) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने परिवार एवं वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ 08 पूर्वोत्तर राज्यों की लगातार ऐतिहासिक यात्रा पर दिनांक- 15 मार्च 2025 को कानपुर ऑपरेशन विजय मुख्य कार्यालय से निकले थे, जिसके तहत वह उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल होते हुए सबसे पहले सिक्किम पहुंचे, जहां उन्होंने भारत- चीन बॉर्डर नाथुला में भारत चीन बॉर्डर को देखने के साथ-साथ विषम परिस्थितियों में देश की सीमाओं की रक्षा लिए तैनात सैनिकों से मिले, जहां पर माइंनस तापमान के साथ भयानक बर्फ गिरी हुई थी, उसके बाद सिक्किम स्टेट म्यूजियम सहित तमाम धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया, जिसके बाद वह पड़ोसी देश भूटान पहुंचे जहां के ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों का भ्रमण करने के साथ-साथ भूटान भारत संबंधों सहित अन्य प्रक्रियाओं को कई प्रमुख लोगों से मुलाकात कर देखा एवं समझा।
भूटान के बाद ऑपरेशन विजय प्रमुख आसाम होते हुए, वहां की राजधानी दिसपुर, गोहाटी, के बाद अरुणाचल प्रदेश होते हुए वहां की राजधानी ईटानगर, के बाद नागालैंड होते हुए वहां की राजधानी कोहिमा, के बाद मणिपुर होते हुए वहां की राजधानी इंफाल, के बाद मिजोरम होते हुए वहां की राजधानी आइजोल, के बाद पूर्वोत्तर राज्यों के उस स्थान पर पहुंचे जहां त्रिपुरा, मिजोरम एवं आसाम का बॉर्डर है, जिसे पूर्वोत्तर राज्यों का संगम की कहते है, जहां लंकाई नामक नदी बहती है, जो मिजोरम और त्रिपुरा के बीच है, जिसके एक तरफ त्रिपुरा का गांव व दूसरी तरफ मिजोरम का गांव है,जिसके लकड़ी से बने ब्रिज पर भी ऑपरेशन विजय प्रमुख पहुंचे साथ ही ऑपरेशन विजय के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपनी टीम के साथ त्रिपुरा के उनाकोटी भी पहुंचे, जहां 99 लाख 99 हजार 999 देवी देवता भगवान शिव के श्राप से पत्थर में बदल गए थे, वहां भ्रमण के बाद ऑपरेशन विजय प्रमुख मेघालय की राजधानी शिलांग के साथ-साथ विश्व में सबसे ज्यादा बरसात होने वाले स्थान चेरापूंजी पहुंचे।
इस पूरी 20 दिन की पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा में ऑपरेशन विजय प्रमुख ने पूर्वोत्तर राज्यों के सभी प्रमुख शहरों एवं गांवों के साथ साथ वहां के धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर दूर दराज के गांवों में रहने वाले आमलोगों से लेकर तमाम प्रमुख लोगों से पूर्वोत्तर राज्यों की समस्याओं एवं विकास के प्रमुख मुद्दों पर विधिवत बातचीत की।
उपरोक्त जानकारी देते हुए ऑपरेशन विजय के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल सिंह आईपी ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा के दौरान तमाम उन्हें ऐसे लोग मिले जो पल भर के मुलाकात के बाद बिछुड़ने पर भावुक हुए, जिससे ऐसा लगा कि एक नहीं हज़ारों लोगों से यात्रा के बहाने ईश्वर ने मुलाकात सुनिश्चित की थी। साथ ही ऑपरेशन विजय के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों पर भारत के पडोसी देश जो दिलों में भारत के प्रति नफरत रखते हैं, वह पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों के साथ नजदीकियां बनाकर अपनापन दिखाने का प्रयास कर, भारत से उनकी दिलों में दूरियां बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके लिए भारत सरकार को कुछ कानून बना कर पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को दिल से भारत के साथ जोड़ने का प्रयास करना होगा, जिसके लिए हम पूर्वोत्तर राज्यों की समस्याओं एवं विकास के प्रमुख कार्यों हेतु भारत सरकार के प्रमुख प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी व प्रमुख लोगों को पत्र लिखेंगे।