श्री प्रमोद तिवारी, सांसद एवं उप नेता, राज्यसभा का बड़ा *बयान देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राष्ट्रपति के अपमान के गंभीर आरोप लगाए-*
नई दिल्ली: श्री प्रमोद तिवारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे *श्रीमती सोनिया गांधी जी के वक्तव्य का पूर्ण समर्थन करते हैं,* और श्रीमती सोनिया गांधी ने जो भी कहा, वह पूरी तरह से लोकतांत्रिक मर्यादाओं के अंतर्गत कहा।
“जहां तक राष्ट्रपति जी के अपमान का सवाल है, मोदी जी, *आपने स्वयं उनका बार-बार अपमान किया है।* जब इसी लोकतंत्र के मंदिर, संसद भवन की आधारशिला रखी जा रही थी, तब तत्कालीन राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद, जो अनुसूचित जाति से आते हैं, को आमंत्रित नहीं किया गया। यह उनका स्पष्ट अपमान था।”
“इतना ही नहीं, जब नए संसद भवन का उद्घाटन हुआ, *उस समय भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी को आमंत्रित नहीं किया गया। आपने स्वयं फीता काटकर उद्घाटन किया,*
“प्रधानमंत्री जी, अपमान तो आपने 22 जनवरी को किया, जब आपने अधूरे राम मंदिर का उद्घाटन किया, वह भी श्री शंकराचार्य की राय के विपरीत जाकर।”
- *उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी, श्रीमती सोनिया गांधी और स्वयं उनके मन में राष्ट्रपति के प्रति बहुत श्रद्धा है