
गोरखपुर भोजपुरी एशोसिएशन आफ इण्डिया ‘भाई’ एवं गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन विश्वविद्यालय के सभागार संवाद भवन में 29 दिसंबर को किया गया। इस अवसर पर देश-विदेश के कई विद्वान उपस्थित हुए थे। यह कार्यक्रम तीन सत्रों में विभाजित था। इस मौके पर बलिया जनपद के इसारी सलेमपुर गाँव के उदीयमान साहित्यकार डॉ० आदित्य कुमार ‘अंशु’ की भोजपुरी किताब ‘आइल वसन्त’ का विमोचन मुख्य अतिथि डॉ० सरिता बुधु (मारीशस) , प्रो० पूनम टंडन (कुलपति गोरखपुर विश्व विद्यालय गोरखपुर) बृजभूषण मिश्र (अध्यक्ष अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन) , गोपाल ठाकुर (अध्यक्ष भाषा आयोग नेपाल) , प्रो० प्रभाकर सिंह (समन्वयक भोजपुरी अध्ययन केन्द्र बी. एच. यू. वाराणसी) , प्रो० अजय शुक्ला (अध्यक्ष अंग्रेजी विभाग गोरखपुर विश्व विद्यालय गोरखपुर) , आयोजक डॉ० राकेश श्रीवास्तव नीरज चतुर्वेदी (सिंगापुर) के कर कमलों द्वारा प्रथम सत्र में सम्पन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रो० रामनारायण त्रिपाठी (गाजीपुर), प्रो० जयकान्त सिंह (मुजफ्फरपुर), कनक किशोर (रांची) मनोज भावुक (नई दिल्ली) अरविन्द चित्रांश (संयोजक अन्तर्राष्ट्रीय संगम भारत) ,केशव मोहन पाण्डेय (प्रकाशक) , चन्देश्वर परवाना (गोरखपुर) , हीरालाल शर्मा (आजमगढ़) , डॉ० ज्योति सिन्हा , डॉ० जितेन्द्र स्वाध्यायी (बलिया) आदि विद्वानोकी गरिमामय उपस्थिति रही। इस कार्यक्रम का संचालन शिवेन्द्र पाण्डेय ने किया। तीसरा सत्र में भिखारी ठाकुर का नाटक विदेशिया का मंचन किया गया। भोजपुरी सिनेमा के सफर पर फिल्म समीक्षक मनोज भावुक, यशीन्द्र प्रसाद , अरविन्द चित्रांश ने अपने–अपने विचार व्यक्त किये। अन्त में स्वागत भाषण डॉ० राकेश श्रीवास्तव ने किया।