
मऊ १० अक्टूबर २०२४ को विज्डम स्कूल में दशहरा के शुभ अवसर पर विद्यालय परिसर में नाटक का आयोजन किया गया। बच्चों ने रामायण के विभिन्न प्रसंगों का जीवंत मंचन किया। जिसमें राम, सीता, रावण और अन्य कलाकारों का अभिनय शामिल था। सम्पूर्ण रामायण को अपने मनमोहक संवादों में पिरोकर लोगो के सामने प्रस्तुतु किया। विद्यार्थियों ने पात्रों की भूमिका निभाई, जिसमें श्रीराम ने पुत्र धर्म को निभाया । और लक्ष्मणजी के मूर्छित होने के बाद हनुमान ने जड़ी बूटी ढूढ़ने के लिए अपनी जान लगा दी। लक्षमण जी (शर्विल) के मूर्छित होने के पश्चात राम और रावण के मध्य भयंकर युद्ध हुआ। इस युद्ध में राम के द्वारा रावण के वध हो जाता है। और इस प्रकार धर्म की अधर्म पर विजय हो जाती है। रामलीला इस मौके पर स्कूल के डायरेक्टर पूजा राय ,प्रधानाचार्य गरिमा राय , अध्यापकगण (रिंकू , रुक्मिणी , रागिनी , प्रतिभा , आकांक्षा, सुप्रिया ) एवं सभी कार्यकर्ताओ ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सम्पूर्ण योगदान दिया। बच्चो के योगदान को भी हमे प्रोत्साहित करना चाहिए । राम के किरदार को आहान ने बखूभी निभाया इसी प्रकार दशरथ के रूप में आरव , भरत के रूप में प्रत्यक्ष, शत्रुघन के रूप को अक्षज ने जिवंत रूप दिया। इस तरफ कलाकारों ने अपने प्रतिभा के प्रदर्शन करते हुए हनुमान के गतिविधयों को भावेश ने बहुत सहजता से निभया। आज के दौर में लड़किया भी किसी से कम नहीं है। राम लीला में भी लड़किया के प्रदर्शन के दबदबा रहा। सीता के रूप को अन्वी ने बहुत ही सदगी से निखारा और कौशल्या , कैकेयी एवं सुमित्रा के पात्र को भी सिद्धिका , सात्विक एवं धनिष्ठा के बखूबी निभाया।