
पवन प्रजापति की रिपोर्ट
मनिहारी (गाजीपुर) स्वराज इंडिया व जय-किसान आंदोलन के संस्थापक सदस्य और प्रखर समाजवादी चिंतक प्रोफेसर स्व. सोमनाथ त्रिपाठी की चौथी पुण्यतिथि मां गायत्री प्राइवेट आईटीआई सुल्तानीपुर- हंसराजपुर के सभागार में मनाई गई।और राजनीति की बदलती दशा और दिशा विषय संगोष्ठी आयोजित कर उनके चित्र पर पुष्पांजलि कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मुख्य वक्ता डा.एम खालिद ने कहा कि सोमनाथ जी, बनारस (वाराणसी) में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रोफेसर थे।
लेकिन वे एक समर्पित समाजवादी कार्यकर्ता थे। समाजवादी चिंतक किशन पटनायक के निकटतम सहयोगी थे। उनके साथ लगातार विकल्प खोजने वाले कार्यकर्ता थे। कई संगठन,आंदोलनों व समूहों के सहयात्री थे। देश की राजनीति वर्तमान में नेतृत्व के लिए मानक चारित्रिक व्यवस्था का निर्धारण नहीं है। तथा निर्धारित मानकों में भी तमाम छिद्र है। राजनीति में अपराधियों का प्रवेश रोकने का कारगार उपाय नहीं हो सका है। कहने को राजनीतिक दलों के कुछ सिद्धान्त है, परन्तु व्यावहारिक धरातल पर उनकी हकीकत में पर्याप्त अन्तर है।उनका किसी प्रकार सत्ता हथियाना लक्ष्य हो गया है। दलीय सिद्धान्त सामूहिक न होकर विशिष्ट व्यक्तियों की चाटुकारिता व परिक्रमा करने वाला रह गया है।
सुनील यादव ने कहा की भारतीय लोकतंत्र की कल्पना करते हुए महात्मा गाँधी, सरदार पटेल, पंडित जवाहरलाल नेहरु आदि राजनेताओं ने कभी नहीं सोचा होगा कि देश का नेतृत्व ऐसे लोगों के हाथों में चला जाएगा।जो सच्चरित्रता, सदाचार, संयम, नैतिकता आदि गुणों के खिलाफ अपनी जीवन शैली रखते हैं। जब अपराधी प्रवृत्ति के लोग संसद में जायेंगे तो लोकतंत्र और राजनीति निश्चित रुप से प्रभावित होगी। संसद लोकतंत्र का मंदिर है। हम सभी भारतीयों की आस्था और भरोसे का प्रतीक है।लेकिन जबसे देश मे गठबंधन की राजनीति शुरु हुई है। तभी से संसदीय प्रक्रिया प्रभावित होनी शुरु हुई। और अपराधी प्रवृति के लोगों का महत्व और प्रभाव बढ़ता गया है।
सभी पार्टियों के अपराधिक प्रवृति के लोगों से जब-तक रिश्ता ख़त्म नहीं होगा। तब-तक देश की राजनीति की दशा और दिशा ऐसे ही बनी रहिए।इस अवसर पर दुर्गेश कुमार अन्नू, प्रवीण कुमार एडवोकेट, जितेन्द्र कुमार प्रयास, अजीत यादव,इकराम,शनि कुमार, कमलेश राजभर, सतेन्द्र कुमार कुशवाहा,अमित यादव पप्पू आदि उपस्थित रहे अध्यक्षता बीरेंद्र सिंह यादव व संचालन रमेश कुमार ने किया।