लखनऊ के महामना मालवीय इंटर कॉलेज, विवेक खण्ड गोमती नगर स्थित श्रोताओं से भरे मालवीय सभागार में माधुरी महाकाश की दो कृतियां “महालय”, एवं “शकुंतला: माटी अक्षय वट की ” तथा आचार्य केशरी प्रसाद त्रिपाठी द्वारा रचित कृति “जय वेदांत ” संवाद काव्य का समारोह पूर्वक भव्य लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर हरिशंकर मिश्र द्वारा की गई। मुख्य अतिथि कविता लोक के संस्थापक आचार्य ओम नीरव और विशिष्ट अतिथि हिन्दी साहित्य संस्थान की प्रधान संपादक डॉ अमिता दुबे रहीं। कार्यक्रम का आयोजन एवं संयोजन अखिल भारतीय साहित्य परिषद लखनऊ महानगर के अध्यक्ष निर्भय नारायण गुप्त ने तथा संचालन डॉ ममता पंकज ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महामना मदनमोहन मालवीय जी के माल्यार्पण एवं सरस्वती वंदना से किया गया। सरस्वती वंदना अपरिहार्य पत्रिका की मुख्य संपादक डॉ शोभा दीक्षित “भावना ” ने किया।अ.भा.सा.प.के कार्यकारी अध्यक्ष श्री कुमार तरल द्वारा परिषद गीत गायन हुआ।इस कार्यक्रम में आ.भा.सा.प.के सभी अध्यक्ष एवं पदाधिकारी तथा शहर के सभी गणमान्य एवं वरिष्ठ, विशिष्ट साहित्यकार एवं कवि,कवयित्री उपस्थित रहे।
अ.भा.सा.प.के कार्यकारी अध्यक्ष विनोद कुमार गुप्त “भावुक” द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।इस अवसर पर माधुरी महाकाश ने अपनी दोनों कृतियां तथा आचार्य केशरी प्रसाद त्रिपाठी जी ने अ.भा.सा.प.की पूर्वी अध्यक्ष आर्यावर्ती सरोज “आर्या” को भेंट किया।