आज दिनांक 01/08/2023 को मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी के खिलाफ सरजू पाण्डेय पार्क में जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव प्रवक्ता राकेश राय जी के नेतृत्व में कैंडल जला कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दिया गया।
राकेश राय ने कहा कि राष्ट्रवाद एक दोधारी तलवार है। यह लोगों को जोड़ सकती है तो वहीं लोगों में बंटवारा भी पैदा कर सकती है। अपने स्वस्थ रूप में यह जनसमूहों के लिए अपार खुशी, सृजनात्मकता, उन्नति, भरपूर आजादी और नई जान फूंकने का काम कर सकती है तो अपने विकृत-संकुचित रूप में यह उत्पीडऩ, विभाजन, हिंसा और तानाशाही को अंजाम दे सकती है।…भारतीय राष्ट्रवाद आज वाकई इतिहास के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है।
भारत एक महादेश है। यह अपने अंदर पूर्वोत्तर से लेकर सुदूर दक्षिण तक राजनीतिक, भाषाई, सांस्कृतिक और धार्मिक अस्मिता की भावनाएं समेटे है। ये भावनाएं किसी समुदाय की पहचान, भाषा, धार्मिकता या संस्कृति से जुड़ी हो सकती हैं। इनकी अभिव्यक्ति अपने-अपने तरीके से होती है। कभी संगठन बनाकर, कभी अलग झंडों के जरिये या कभी सत्ता और संपत्तियों में सुरक्षित, उचित भागीदारी पाकर। ये अस्मिताएं मिलकर अखिल भारतीय अस्मिता के साथ जुड़ती हैं। इन्हीं पहचानों, अभिव्यक्तियों से या कहें कि इन्हीं तमाम स्थानीय अस्मिताओं, उप-राष्ट्रीयताओं से मिलकर अखिल भारतीय राष्ट्रीयता बनती है। भारत राष्ट्र का काम है इन सभी स्थानीय राष्ट्रीयताओं को भारतीय राष्ट्रवाद की बड़ी छतरी के नीचे लाना और उन्हें यह भरोसा देना कि हम सब मिलकर एक हैं।
युवा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष माधव कृष्ण ने कहा कि यह एक नाज़ुक काम है। इसमें दूरंदेशी, उदारता, गहरी समझ और बड़े भविष्य का खाका बनाने की क्षमता होनी चाहिए। यह चलताऊ तौर से नहीं किया जा सकता है। इसे चुनावी लाभ या आर्थिक लाभ मात्र के दृष्टिकोण से किया जाना घातक हो सकता है। यहाँ समझने की ज़रूरत है कि राजनीतिक विचारधाराएँ विभिन्न भारतीय अस्मिताओं को किस नज़रिए से देखती हैं। हजारों वर्षों की सघन सामाजिक प्रक्रिया में पैदा हुई इन भारतीय अस्मिताओं को यदि चुनावी फायदे के लिए एक ज़रिया, एक औज़ार, ‘टूल’ मानकर राजनीतिक दल या सरकारें चलेंगी तो समय स्थान बदलने पर भी परिणाम वही आएगा जो आज मणिपुर में दिख रहा है।
इस मौके पर सर्व श्री संजय राय,हिमांशु श्रीवास्तव,राजेश उपाध्याय, वेरोनिका नाथ,विश्वनाथ जायसवाल,शशी,ज्योत्सना, ऊषा, काजल आदि लोग उपस्थित रहे।