
बलिया के छात्र नेता हेमन्त यादव की हत्या के बाद अब सरकार के बुलडोजर नीति पर प्रश्न चिन्ह खड़े हो गए की ‘ आखिर आरोपियों के घर पर बुलडोजर क्यो नही चल रहा है? ‘ ‘ हेमन्त बलिया के जागरूक छात्रों में से एक थे, उन्होंने समाज की बुराइयों के साथ देश में हो रहे किसानों मजदूरों के आंदोलन और अल्पसंख्यक समुदाय के आंदोलनों के साथ छात्र संघ बहाली में भी अपनी अग्रणी भूमिका निभाई। हेमन्त बेहद मिलनसार छवि के थे उनके मौत से उनके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है