
प्रातीय अध्यक्ष, पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा की काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन मामले में निर्दोषों पर मुकदमा दर्ज होना पूर्ण रूप से अमानवीय कृत्य है।मन्दिर प्रशासन व वहां से जुड़े अधिकारियों द्वारा यह खबर क्यों प्रचारित किया गया की बाबा के स्पर्श को शुल्क लगेगा।उसके बाद कब आवाज उठानी शुरू हुई काशीवासियों में नाराज़गी व्यक्त किया उसके बाद प्रशासन द्वारा कहा गया की कोई शुल्क नही लगेगा।पहले मिलीभगत करके शुल्क की योजना बनी लेकिन जब विरोध होने लगा सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर तो तुरन्त प्रशासन बैकफुट पर आ गया।व दर्शनकर्ताओ के ऊपर आनन फानन में मुकदमा किया गया।पहले यह स्पष्ठ हो की पर्ची कैसी थी ?,उसके बाद जो लोग शुल्क योजना बनाने में जुड़े थे उनके ऊपर जांच हो व कार्यवाही सुनिश्चित हो।श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श-दर्शन के लिए शुल्क की बात उठना भी धार्मिक आस्थाओं पर आघात है।काशीवासी विश्व भर में बाबा विश्वनाथ के भक्त इस समाचार से बेहद आहत हैं।धर्म का व्यवसायीकरण करने वाली भाजपा सरकार को जनता माफ नही करेगी।साथ ही जिन लोगो के ऊपर फर्जी मुक़दमा हुआ है वापिस हो व इस प्रकरण में वास्तविक दोषियों पर कार्यवाही हो जो काशी की छवि को घूमिल करने पर लगे थे।इस मामले की निष्पक्ष जांच हो।