
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सुंदरलाल चिकित्सालय (BHU)के कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर डॉक्टर ओमशंकर वैसे तो अस्पताल में व्याप्त भष्टाचार और महामना की बगिया में इसके सस्थापक के उद्देश्यों के अनुकूल चलाने की लड़ाई लम्बे समय से लड़ रहे हैं। लेकिन वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी आगमन से ठीक एक दिन पहले बाकायदा प्रेस कांफ्रेस कर विश्वविद्यालय के कुलपति, निदेशक और चिकित्सा अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाकर सनसनी फैला दी। उनके इस बयान से विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कम्प मच गया। मरीजों के हित की लड़ाई लड़नेवाले प्रोफेसर ओमशंकर ने बीएचयू प्रशासन को सुधार लाने के लिए तीन माह की मोहलत देते हुए आमरण अनशन की चेतावनी दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन पर उनके गंभीर आरोप का नतीजा यह हुआ कि केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री एसपी बघेल ने इसका सज्ञान ले लिया और प्रधानमंत्री के बरेका से लौटने के बाद सीधे सर सुंदरलाल अस्पताल पहुंच गये। उन्होंने निदेशक से सवाल कर लिया कि जब बेड खाली रहते हैं तो मरीजों का इलाज क्यों नही होता और उन्हें लौटाया क्यों जाता है?
महामना पंडित मदनमोहन मालवीय जैसे मनीषी के संस्थान के अधिकारी से मंत्री का यह सवाल काफी गंभीर है। उन्होंने मरीजों और परिजनों से बात कर खुद अस्पताल की व्यवस्था की हकीकत जानी। स्पष्ट रूप से कह दिया कि मरीजों के हित में काम किया जाय।