
बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर राष्ट्रीय अखिल भारतीय कजली बिरहा एवं कव्वाली की मशहूर शायर हाजी मोहम्मद बशीर अहमद का कल इंतकाल हो गया चंदौली जनपद के चहानिया ब्लॉक अंतर्गत रानेपुर ग्राम निवासी हाजी साहब कजली के मिर्जापुर बनारस के मशहूर आशी अली घराने से आने वाले पंडित लक्ष्मण त्रिपाठी रामगढ़ चंदौली निवासी के अद्वितीय शिष्य थे जिन्होंने अपने फन के माध्यम से उत्तर प्रदेश बिहार छत्तीसगढ़ झारखंड बंगाल महाराष्ट्र एवं गुजरात में कव्वाली के क्षेत्र में तत्कालिक मशहूर कलाकारों के दांत खट्टे कर दिए तथा जनता ने उन्हें बंगाल टाइगर के खिताब से नवाजा उन्हें श्रद्धांजलि देखने आए बिरहा गायक एवं कवि पंडित भगवान दास यादव ने उन्हें याद करते हुए कहा कि उस्ताद कहा करते थे “फन अगर जिंदा है तो फनकार मर सकता नहीं” उस्ताद के जाने से उनके हजारों प्रशंसक शोक संतृप्त हैं हमारी संवेदनाएं और सभी के साथ हैं