
आज प्रदेश अध्यक्ष अजय राय कांग्रेसजनों संग लहुराबीर स्तिथि अपने कैंप कार्यालय से बाबा विश्वनाथ जी प्रांगण के लिए जब निकल रहे थे उसी समय शासन के दबाव में पुलिस द्वारा प्रदेश अध्यक्ष अजय राय जी को दर्शन करने से रोकने का प्रयास किया गया।परंतु कांग्रेसजनो के बुलन्द हौसलों के आगे पुलिस रोकने में विफल रही तत्पश्चात प्रदेश अध्यक्ष अजय राय कांग्रेसजनों संग बाबा विश्वनाथ जी के प्रांगण पहुंचे वहां वह सर्वप्रथम बाबा विश्वनाथ जी मा गौरा जी संग गजानन महराज के दर्शन पूजन के पश्चात बाबा विश्वनाथ जी का दर्शन पूजन कर जनकल्याण का कामना किए साथ ही आज वर्षों से चली आ रही पालकी यात्रा जो परम्परागत रूप से महंत जी आवास से निकलती है और इस बार प्रतिमा को ढककर मंदिर परिसर तक ले जाना बाबा विश्वनाथ जी व हम सभी काशीवासियों के अपमान है।भाजपा सरकार में काशी की परम्परा को नष्ट किया जा रहा है।
*दर्शन पूजन के पश्चात प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा की* – हम प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी रंगभरी एकादशी को पालकी में विराजमान बाबा विश्वनाथ जी मां गौरा जी संग गजानन जी का दर्शन पूजन करते है व बाबा विश्वनाथ जी के दरबार में हाजिरी लगाते है इस वर्ष में हमलोग बाबा का दर्शन पूजन किए है।काशी में आज से ही रंगोत्सव की शुरुआत हो जाती है परंतु भाजपा सरकार द्वारा काशी की परम्परा को नष्ट लगातार किया जा रहा है आज हमें दर्शन करने से रोकने के लिए पुलिस द्वारा हमे आवास पर रोकने का प्रयास किया गया पर हमने स्पष्ट कर दिया की हम काशीवासियों को बाबा विश्वनाथ जी का दर्शन करने से कोई ताकत नहीं रोक सकती है। हम दर्शन करने जाएंगे चाहे शासन प्रशासन को जो करना हो करे हम अडिग है।और हम अपने कांग्रेस के साथियों के साथ जाकर दर्शन पूजन किया।लगभग दो दिन पूर्व में पालकी यात्रा के आयोजको नोटिस दी गई की वह पालकी यात्रा नहीं निकालेंगे पर हम काशीवासियों ने इसका पुरजोर विरोध किया मैने सोशल मीडिया के माध्यम से व मीडिया के माध्यम से अपना प्रतिरोध दर्ज कराया व कल शाम महंत आवास जाकर प्रतिमा का दर्शन पूजन किया।कल रात में पालकी यात्रा की अनुमति तो मिली पर शासन के अहंकार में चूर मोदी योगी सरकार इतिहास में पहली बार प्रतिमा को ढककर मंदिर परिसर तक ले गई यह एक एक काशीवासियों का अपमान है। दुर्भाग्यपूर्ण विषय यह है की खुद को हिंदुत्व का ठेकेदार मानने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संसदीय क्षेत्र में इस तरह से सनातनी परंपरा से खिलवाड़ किया जा रहा है और प्रधानमंत्री ,मुख्यमंत्री,स्थानीय भाजपा के जनप्रतिनिधि मूकदर्शक बने है मौन है क्योंकि इसकी आस्था सनातन धर्म में है ही नहीं है।1664 से ये परम्परा निरंतर चलती आ रही हैं। पहले काठ की लकड़ी के पालकी पर है यात्रा निकाली जाती थी। स्वर्गीय पंडित रामदत्त त्रिपाठी ने 1890 में पहली बार रजत सिंहासन पर पालकी यात्रा निकाली उसके बाद से इसी पालकी पर बाबा विश्वनाथ मां गौरा का गवना कराते हैं।जिसमें हर काशीवासी हर्षोल्लास के साथ शामिल होता है।इस वर्ष भाजपा की सरकार द्वारा इस परम्परा का निर्वहन न करते हुए प्रतिमा को ढककर ले जाना एक एक काशीवासियों का अपमान है।काशी तो प्रधानमंत्री जी का संसदीय क्षेत्र है और उनके संसदीय क्षेत्र में इस तरह का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है।तत्काल वाराणसी के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को इस मामले पर जवाब देना चाहिए।बीते सदियों से टेड़ी नीम स्थित महंत आवास से बाबा विश्वनाथ के द्वार तक भक्तों ने जमकर गुलाल उड़ाते है इस दौरान घण्टे,घड़ियाल के साथ ही डमरू के डम-डम की आवाज के साथ शंख और शहनाई की ध्वनि से बाबा विश्वनाथ का दरबार गूंजता रहता है।हर-हर महादेव के जयघोष के बीच आरती के बाद महंत आवास से शाही अंदाज में बाबा विश्वनाथ मां गौरा और पुत्र गजानन संग रजत पालकी पर विराजमान होकर निकले तो भक्तों ने अरीब गुलाल लगाकर उनका स्वागत किया जाता है।बाबा विश्वनाथ संग भक्तों की होली के बाद काशी में होली की शुरुआत होती है।बाबा विश्वनाथ जी इस भाजपा सरकार को सत्बुद्धि प्रदान करे।भाजपा की सरकार काशी की सभ्यता ,संस्कृति ,आस्था ,परंपरा को खत्म करने में तुली हुई है पर याद रहे है हम काशीवासी भाजपा के सनातन विरोधी मंसूबों को सफल होने नहीं देंगे काशी की परम्परा हम काशीवासियों की पहचान है।हम काशीवासी काशी के अस्मिता ,आस्था ,संस्कृति को बचाने की लड़ाई लड़ते रहेंगे।समस्त प्रदेश वासियों को रंगभरी एकादशी की शुभकामनाएं सबके जीवन में खुशियां,एकता , सदभाव,भाईचारा का रंग हो हम यही कामना बाबा विश्वनाथ जी से करते है।
दर्शन पूजन करने वालों के क्रम में :– प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ,महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ,प्रमोद पांडेय ,दुर्गा प्रसाद गुप्ता,सतनाम सिंह,चंचल शर्मा,दिलीप चौबे, मनीष मोरोलिया, विश्वनाथ कुँवर,प्रमोद वर्मा, आसिष गुप्ता,रोहित दुबे,तरंग सेठ,महेश चौबे,अमिताभ,नवीन,रामजी गुप्ता,कृष्णा गौड़,किशन यादव समेत दर्जनों लोग उपस्थित रहे।