प्रयागराज ।इलाहाबाद सांसद उज्जवल रमण सिंह ने लोकसभा में नियम 377 के तहत लोहगरा ,शंकरगढ़ में अधिग्रहित जमीन पर पेट्रोलियम रिफाइनरी लगाने के लिए बोलने के लिए नोटिस दिया था यह जानकारी देते हुए प्रवक्ता विनय कुशवाहा ने बताया कि समयाभाव के कारण बोलने का मौका ना देकर लोकसभा स्पीकर ने सभी 377 नियम के प्रस्ताव को सीधे संबंधित मंत्रालय के मंत्री के पास भेजवा दिया।
उन्होंने बताया कि सांसद उज्जवल रमण सिंह तदुपरांत केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी से उनके आफिस में व्यक्तिगत मिलकर पत्र दिया जिसमें जिक्र किया गया कि पूर्व पेट्रोलियम मंत्री स्व. जनेश्वर मिश्र ने लोहगरा मे रिफाइनरी लगाने की धोषणा किया था।जिसके लिए किसानों से जमीन भी अधिग्रहित किया गया पर रिफाइनरी आजतक नहीं लग पाई।
प्रवक्ता ने बताया कि लोहगरा रिफाइनरी के लिए पूर्व सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह ने भी बहुत प्रयास किया था तब यह कहकर बात टाल दी गई थी कि पहले बीना रिफाइनरी मध्यप्रदेश बन कर तैयार हो जाय फिर लोहगरा रिफाइनरी पर कार्य प्रारंभ होगा लेकिन 2011 में बीना रिफाइनरी चालू हो गई पर लोहगरा रिफाइनरी पर एक इंच भी आगे नहीं बढ़े।
सांसद उज्जवल रमण सिंह ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी से कहा कि लोहगरा में बिजली उत्पादन कारखाना मैंने स्थापित करा दिया हैं रिफाइनरी की धोषणा के बहुत बाद और उसपर बिजली उत्पादन भी चालू हो गया उसी के सामने पेट्रोलियम रिफाइनरी लग जायेगी तो पूरा पिछड़ा पथरीला जमुनापार औद्योगिक हब हो जायेगा रोजगार के अवसर बहुत बढ़ जायेंगे।प्रवक्ता ने बताया कि पेट्रोलियम मंत्री का पोजिटिव रिस्पांस था।