मरीजों के बेड के लिए आप आमरण अनशन कर रहे है कोई ज़िम्मेदार अधिकारी अभी तक आये या नहीं
जब धरना शुरू हुआ तो लोग आये थे लेकिन उनके पास कोई ठोस सैलूशन नहीं था जिसके वजह से वार्ता मुकाम तक नहीं पहुंच पाई और अल्टीमेटली जो हमारे धरने का शेड्यूल था 11तारीख को 11बजे से उस अनुसार हम धरने पर बैठ गए
वीसी लॉज के सामने धरना प्रस्तावित देने जाते समय पुलिस और प्रशासन के लोगो ने क्यों रोका? जिससे आपको अपने विभाग में आंदोलन करना पड़ा
मेरा प्रस्तावित धरना वी सी लॉज के सामने ही था इससे इन लोगो को लगा अगर यहाँ बैठेंगे तो ज्यादा बवाल होगा चुकी प्रधानमंत्री जी आने वाले हैं तो बीएचयू के बाहर के जो प्रशासन हैं (पुलिस अधिकारी व अन्य लोगो )ने मुझसे निवेदन किया की आप यहाँ न बैठे इसके अलावा कही और बैठे तो मैने अपनी डिपार्टमेंट में ही आंदोलन करने का निर्णय लिया मेरी लड़ाई किसी प्रशासन से नहीं मेरी लड़ाई भ्रष्टाचार से हैं यह लड़ाई गरीब लोगो के अस्पताल आने पर बेड नहीं मिलता हैं उनको बेड दिलवाने का हैं मैं अपने आंदोलन पर फोकस कर रहा हूँ बाकि जो अधिकारीगण हैं जो उनका दायित्व हैं वो अपना काम कर रहे हैं हम अपना काम कर रहे हैं और हमारा आमरण अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक अपने गरीब मरीजो के स्वास्थ्य के मौलिक अधिकार के तहत उनके लिए बेड मुहैया न करवा दू और एक आपराधिक चिकित्सा अधीक्षक जबरन तीन सालो से एक अवैध रूप अवैध रूप से से बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के सम्मानित पद पर बैठा हैं उसको यहाँ से हटवाकर जेल की सलाखों के पीछे न भेजवा दू