
प्राथमिक विद्यालय हरखौली तक पहुँचने का कोई सम्पर्क मार्ग नही है । बच्चे एवं शिक्षक खेतों की पगडंडियों से होकर विद्यालय आते जाते है बरसात के मौसम में कास्तकारों द्वारा खेत की जुताई कर देने से 100 मीटर रास्ता बिल्कुल अवरुद्ध हो गया। प्रधानाध्यापक द्वारा आदिवासी अभिभावकों को लेकर तीन कास्तकारों को समझा बुझाकर 8 फ़ीट चौड़ा रास्ता उनके निजी जमीन में बनाया गया जिसके लिए प्रधानाध्यापक अमरनाथ सिंह ने विद्यालय परिवार की ओर से कास्तकारों का आभार व्यक्त किया। कास्तकारों ने विद्यालय के लिए अपनी व्यक्तिगत जमीन देकर सराहनीय कार्य किया है ।