भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज, Rohit Sharma और Virat Kohli, के ODI क्रिकेट से संन्यास लेने की अटकलें तेज हो गई हैं। दोनों ने पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और अब उनके ODI क्रिकेट छोड़ने की चर्चा हो रही है। यह सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि युवा खिलाड़ियों की लाइन लंबी हो गई है और टीम प्रबंधन 2027 के ODI वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर टीम तैयार कर रहा है। माना जा रहा है कि रोहित और कोहली के लिए टीम में जगह बनाना अब मुश्किल होगा।
रोहित और कोहली का सफर और हालिया प्रदर्शन
रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ने भारतीय क्रिकेट को अनेक सफलताएं दिलाई हैं। रोहित ने 273 मैचों में 11,168 रन बनाए हैं, जबकि विराट ने 302 मैचों में 14,181 रन बनाए हैं। हालाँकि दोनों का हालिया प्रदर्शन खासा प्रभावशाली नहीं रहा है, जिसके कारण उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसके अलावा, BCCI ने नियम बनाया कि बिना कारण घरेलू क्रिकेट न खेलने वाले खिलाड़ी को मौका नहीं मिलेगा, जिसके चलते रोहित और कोहली को रणजी ट्रॉफी में खेलना पड़ा था। उनकी प्रदर्शन असंतोषजनक रहा, जो उनके संन्यास की ओर एक संकेत माना जा रहा है।

क्या होगा भविष्य का सफर?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरा दोनों खिलाड़ियों के लिए आखिरी ODI श्रृंखला हो सकती है। यदि वे दौरे के बाद भी खेलना चाहते हैं तो उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी जैसी घरेलू प्रतियोगिताओं में भाग लेना होगा। टीम प्रबंधन की रणनीति युवा खिलाड़ियों को लेकर है, जो 2027 वर्ल्ड कप के लिए टीम को मजबूत बनाएंगे। रोहित और विराट के लिए अब टीम में जगह पाना कठिन होगा, खासकर उनकी उम्र को देखते हुए।
उम्र और वर्ल्ड कप 2027
2027 में दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और जिम्बाब्वे में ICC ODI वर्ल्ड कप होगा। तब विराट कोहली 37 नवंबर को 37 वर्ष के होंगे और रोहित शर्मा 30 अप्रैल को 38 वर्ष के। इस हिसाब से 2027 वर्ल्ड कप के समय रोहित 40 वर्ष से अधिक और विराट 39 वर्ष के हो जाएंगे। यह उम्र क्रिकेट में आमतौर पर खिलाड़ी के करियर के अंतिम दौर को दर्शाती है। इसलिए चयनकर्ता युवा और फुर्तीले खिलाड़ियों को टीम में शामिल करने पर जोर दे रहे हैं।
रोहित और कोहली का भारतीय क्रिकेट में योगदान अमूल्य
रोहित शर्मा और विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट को बेहतरीन कप्तानी और शानदार बल्लेबाजी के साथ नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। दोनों ने टीम इंडिया को कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट जिताए हैं और फैंस के दिलों में खास जगह बनाई है। दोनों ने साथ में आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल खेला था, जो भारत ने जीती थी। अब उनका ODI क्रिकेट से संन्यास लेना भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग के अंत जैसा होगा, लेकिन उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
 
								 
															









