Prayagraj Express: प्रयागराज से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। दिल्ली से प्रयागराज लौट रही युवती के साथ ट्रेन में छेड़छाड़ की वारदात हुई। आरोप है कि ट्रेन में एस्कॉर्ट ड्यूटी पर तैनात जीआरपी का दीवान आशीष गुप्ता ने युवती के साथ अभद्र व्यवहार किया। युवती के विरोध करने और मोबाइल से वीडियो बनाने पर आरोपी माफी मांगते हुए हाथ जोड़ते हुए नजर आया। इस घटना का 51 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
युवती की आपबीती और घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, प्रयागराज में पढ़ाई करने वाली युवती 13 अगस्त की रात दिल्ली से प्रयागराज लौट रही थी। रात में जब वह सो रही थी, तभी वर्दी पहने आरोपी दीवान उसके पास आया। उसने युवती को गलत तरीके से छूते हुए अभद्रता की कोशिश की। युवती ने विरोध किया और मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू किया। इस पर आरोपी बार-बार माफी मांगने लगा और हाथ जोड़कर कहता रहा कि “माफ कर दो… नौकरी चली जाएगी।”
युवती की बगल में बैठी महिला ने इस घटना को देखा और आरोपी से कड़ा सवाल-जवाब किया। महिला ने फटकार लगाते हुए कहा कि ट्रेन में ड्यूटी यात्रियों की सुरक्षा देने की होती है, अभद्रता करने की नहीं। इस पूरे घटनाक्रम में आरोपी लगातार हाथ जोड़कर माफी मांगता रहा।
शिकायत और जांच
युवती ने पूरी घटना की शिकायत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर दर्ज कराई। शिकायत मिलने के तुरंत बाद मामला जीआरपी अधिकारियों तक पहुंचा। जांच में युवती की शिकायत प्रथम दृष्टया सही पाई गई। इसके बाद आरोपी दीवान आशीष गुप्ता को निलंबित कर दिया गया। एसपी जीआरपी प्रयागराज, प्रशांत वर्मा ने बताया कि जांच सीओ जीआरपी प्रयागराज को सौंपी गई है और आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि किसी भी हाल में ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सोशल मीडिया में वायरल वीडियो
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है। वीडियो की शुरुआत में ही आरोपी हाथ जोड़कर युवती से माफी मांगते हुए नजर आता है। वीडियो में युवती बार-बार उससे सवाल करती है कि उसने ऐसा क्यों किया। बगल में बैठी महिला भी आरोपी को जमकर फटकारती हुई दिखाई देती है। इस वीडियो ने न सिर्फ लोगों का ध्यान खींचा बल्कि रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए।
रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस पूरे मामले ने रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। जिस पुलिसकर्मी पर यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी, वही अपराध करने वाला निकला। इस घटना से स्पष्ट होता है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता है। एसपी जीआरपी ने कहा कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा और भविष्य में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यात्रियों के लिए चेतावनी और जागरूकता
विशेषज्ञों का कहना है कि यात्रियों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को देनी चाहिए। मोबाइल और वीडियो का उपयोग कर आपात स्थिति में सबूत इकट्ठा करना एक प्रभावी तरीका है। इस घटना ने यह भी दिखाया कि तकनीक का सही इस्तेमाल पीड़ितों के लिए मददगार साबित हो सकता है।
प्रयागराज एक्सप्रेस में हुई यह घटना यात्रियों के लिए एक चेतावनी है। सुरक्षा व्यवस्था में खामियों के बावजूद, सही कदम उठाकर और शिकायत दर्ज कराकर पीड़ित ने न्याय की दिशा में कदम बढ़ाया। आरोपी सिपाही का निलंबन इस मामले में पहली कार्रवाई है। इस घटना ने न सिर्फ पुलिसकर्मी की जवाबदेही पर सवाल उठाए हैं बल्कि रेलवे प्रशासन और यात्रियों को भी सतर्क रहने की सीख दी है।
यह घटना स्पष्ट करती है कि सुरक्षा व्यवस्था में सुधार और यात्रियों की सतर्कता दोनों ही बेहद जरूरी हैं। ऐसे मामलों में सही समय पर कार्रवाई और सोशल मीडिया का उपयोग न्याय दिलाने में मददगार साबित हो सकता है।









