पंजाबी संगीत जगत के लोकप्रिय गायक Rajvir Jawanda की हालत लंबे समय से गंभीर बनी हुई थी। 27 सितंबर को हुए एक गंभीर सड़क हादसे के बाद उन्हें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज, 11 दिन की संघर्षपूर्ण लड़ाई के बाद, 35 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। बीते 10 दिनों में उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ था। उनके परिवार और इंडस्ट्री में भारी मातम छा गया है। फैंस भी इस दुखद खबर से गहरे शोक में हैं।
राजवीर 10 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहे। डॉक्टरों ने बताया कि उनके नर्वस सिस्टम में गंभीर समस्या थी और उसमें कोई सुधार नहीं हो रहा था। कई दिनों तक उन्हें होश नहीं आया और शरीर में कोई हरकत नहीं थी। लगातार दवाइयों और निगरानी के बावजूद उनके दिमाग में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पा रही थी। मेडिकल टीम ने हर संभव प्रयास किया, लेकिन हार्टबीट को नियंत्रण में रखने के प्रयासों के बाद भी वे इस दुनिया को अलविदा कह गए।
सड़क हादसा 27 सितंबर को हुआ था। राजवीर शिमला की ओर जा रहे थे। पिंजौर-नालागढ़ रोड पर अचानक दो सांड सड़क पर आ गए और आपस में टकरा गए। टकराने से बचते हुए राजवीर अपनी बाइक का संतुलन खो बैठे और सामने से आ रही बोलेरो से उनकी टक्कर हो गई। इस अप्रत्याशित हादसे ने उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया।
राजवीर जवंदा अपने फेमस गानों जैसे ‘काली केमेरो’, ‘शानदार’ और ‘मुच्छ ते माशूक’ के लिए जाने जाते थे। उनकी लोकप्रियता बहुत व्यापक थी और उनके प्रशंसक अब उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं। उनके जाने से पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री और फैंस के लिए यह अपूरणीय क्षति है।









