लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर वोटर लिस्ट में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया। इसके बाद बीजेपी नेताओं ने उन पर जमकर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी लगातार चुनावी हार और जनता द्वारा खारिज किए जाने से हताश और निराश हैं। ठाकुर ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी हमेशा ‘आरोपों की राजनीति’ करते हैं, लेकिन जब उन्हें इन्हें साबित करना होता है, तो पीछे हट जाते हैं।
आरोप लगाने की आदत और माफी
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि राहुल गांधी की आदत गलत और निराधार आरोप लगाने की बन गई है। उन्होंने कहा कि जब चुनाव आयोग उनके आरोपों की सत्यता जांचने के लिए कहता है, तो वह पीछे हट जाते हैं। इसके अलावा, शपथ पत्र देने के लिए भी वह मुकर जाते हैं। ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा, “राहुल गांधी का काम सिर्फ आरोप लगाने के बाद माफी मांगना और कोर्ट से फटकार खाना बन गया है। हर मामले में उनको फटकार ही लगी है।”
#WATCH दिल्ली: भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, "चुनाव दर चुनाव हार और जनता से नकार दिए जाने वाले एक नेता जिनके नेतृत्व में लगभग 90 चुनाव कांग्रेस पार्टी हारी, उनकी हताशा निराशा दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। आरोपों की राजनीति को इन्होंने अपना आभूषण बना लिया है। जब इन्हीं के लगाए गए… pic.twitter.com/99Od52cdBk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2025
हाइड्रोजन बम या फुलझड़ी?
राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस पर तंज कसते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल हाइड्रोजन बम फोड़ने वाले थे, लेकिन फुलझड़ी से काम चलाना पड़ा। उन्होंने यह भी दावा किया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस लगभग 90 चुनाव हार चुकी है, जिससे उनकी निराशा और हताशा बढ़ती जा रही है।
मुंबई बीजेपी अध्यक्ष अमित साटम का बयान
मुंबई बीजेपी अध्यक्ष अमित साटम ने कहा, “राहुल गांधी रोज प्रेस कांफ्रेंस कर देश को गुमराह करने की कोशिश करते हैं। चुनाव आयोग द्वारा तकनीकी और संवैधानिक प्रक्रिया का पालन नहीं करते। अगर राहुल गांधी थोड़ा आत्मचिंतन करें और अपनी गलतियों को समझें, तो उन्हें सुधार का मौका मिल सकता है। देश उन पर ध्यान नहीं दे रहा है क्योंकि उनका झूठ जल्दी उजागर हो जाता है।”
केंद्रीय मंत्री संजय सेठ का तंज
केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने कहा कि यह स्थिति दिवालियापन की तरह है। उन्होंने पूछा कि नेता प्रतिपक्ष होते हुए संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप क्यों लगाते हैं। सेठ ने कहा कि राहुल गांधी को जनता और संस्थाओं पर विश्वास नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर राहुल गांधी इसी तरह अपनी हताशा व्यक्त करते रहे, तो देश की जनता उन्हें किनारे कर देगी, जैसे बिहार में किया गया।









