गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में आयोजित नेशनल नारकोटिक्स टास्क फोर्स के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन में स्पष्ट कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नशा मुक्त भारत का विजन तभी साकार होगा जब समाज के हर वर्ग की सक्रिय भागीदारी होगी। उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत का सपना तभी पूरा होगा जब युवा पीढ़ी नशे से दूर रहेगी।
अमित शाह ने बताया कि भौगोलिक स्थिति के कारण भारत तक ड्रग्स का सबसे बड़ा सप्लाई रूट पहुंचता है। इसी वजह से यह लड़ाई और चुनौतीपूर्ण हो जाती है। उन्होंने कहा कि अब सिर्फ छोटे पैमाने पर काम करने वाले खुदरा व्यापारियों पर कार्रवाई से काम नहीं चलेगा। पूरे कार्टेल को खत्म करने के लिए एंट्री प्वाइंट से लेकर अंतिम सप्लाई तक हर कड़ी को तोड़ना जरूरी है।
Modi government is determined to wipe out drugs from the nation. Addressing the 2nd National Conference of Heads of Anti-Narcotics Task Force (ANTF) of States & UTs. Watch Live! https://t.co/FXIYoJW5Sk
— Amit Shah (@AmitShah) September 16, 2025
राज्यों की भूमिका अहम
गृह मंत्री ने कहा कि यह मिशन तभी सफल होगा जब सभी राज्यों के विभाग एकजुट होकर काम करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि ड्रग्स का व्यापार सिर्फ एक क्षेत्रीय समस्या नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और समाज की स्थिरता से जुड़ा हुआ मुद्दा है।
अमित शाह ने बताया कि देशभर के 372 जिलों में नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। अब तक 10 करोड़ से ज्यादा लोग इस अभियान से जुड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह जनभागीदारी ही असली ताकत है और इसी से ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई को मजबूती मिलेगी।
भविष्य के भारत का लक्ष्य
गृह मंत्री ने दोहराया कि 2047 तक भारत को एक मजबूत और विकसित राष्ट्र बनाना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सबसे जरूरी है कि युवाओं को नशे के अंधेरे से बाहर रखा जाए। परिवार, समाज और संस्थाओं को मिलकर इस लड़ाई में योगदान देना होगा।









