
वाराणसीः आईएमएस-बीएचयू के प्रसिद्ध यूरोलॉजिस्ट और यूरोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. यशस्वी सिंह ने कतर में 21-24 नवंबर, 2024 को आयोजित 21वीं वार्षिक अरब एसोसिएशन ऑफ यूरोलॉजी (एएयू) कांग्रेस में भारत का प्रतिनिधित्व कर वैश्विक स्तर पर अपनी संस्था और देश का नाम गौरवान्वित किया। यह सम्मेलन, जो रशियन सोसाइटी ऑफ यूरोलॉजी (आरएसयू) के सहयोग से आयोजित किया गया, मूत्रविज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी वैश्विक विशेषज्ञों का प्रमुख मंच है।
डॉ. यशस्वी सिंह, जो यूरो-ऑन्कोलॉजी और न्यूरो-यूरोलॉजी में विशेषज्ञता रखते हैं, ने इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में दो महत्वपूर्ण शोध प्रस्तुत किए। उनके पहले शोध में प्रोस्टेट बायोप्सी के साथ miRNA सहसंबंध की अभूतपूर्व तकनीक को उजागर किया गया, जो प्रोस्टेट कैंसर के निदान और उपचार में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखता है। यह तकनीक निकट भविष्य में रोगियों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद करेगी।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने गुर्दे के कैंसर के रोगियों में वक्ष के सीटी स्कैन की भूमिका पर अपने शोध और विचार साझा किए, जो मूत्रविज्ञान में सटीकता और व्यक्तिगत देखभाल को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।
डॉ. सिंह को इस प्रतिष्ठित सम्मेलन में आमंत्रित किया जाना उनकी विशेषज्ञता, अनुसंधान और चिकित्सा समुदाय में दिए गए उनके महत्वपूर्ण योगदान का प्रमाण है। यह निमंत्रण न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों को सम्मानित करता है, बल्कि आईएमएस-बीएचयू की एक विश्व स्तरीय संस्था के रूप में प्रतिष्ठा को भी मजबूत करता है।
डॉ. सिंह ने इस आयोजन में भाग लेने और अपने शोध को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के अवसर के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमारे शोध को अंतरराष्ट्रीय मंच पर साझा करना न केवल हमारे काम को पहचान दिलाता है, बल्कि वैश्विक विशेषज्ञों के साथ सहयोग करने का मार्ग भी प्रशस्त करता है। यह सम्मेलन हमें अपनी सीमाओं से परे सोचने और उन्नत तकनीकों को अपनाने की प्रेरणा देता है।”
डॉ. सिंह की भागीदारी भारत और आईएमएस-बीएचयू के लिए गर्व का क्षण है। उनके शोध और उपलब्धियां यह प्रमाणित करती हैं कि भारत चिकित्सा और अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तत्पर है।