छात्रों पर लाठीचार्ज निंदनीय
प्रयागराज
11नवम्बर। प्रयागराज सांसद उज्जवल रमण सिंह ने उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के समक्ष शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज करा रहे प्रतियोगी छात्र- छात्रों पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि राजशाही व तानाशाही में लोग सरकार का विरोध नहीं कर सकते जबकि लोकतंत्र में विरोध करने का मौलिक अधिकार मिला है और उसी अधिकार के तहत प्रतियोगी परीक्षार्थी दो दिवसीय परीक्षा व नार्मलाईजेशन के विरोध में एकत्रित हुए।उन्होंने कहा कि प्रतियोगी छात्रों कि मांग है कि दिसम्बर में होने वाली पीसीएस प्री ,आरओ व एआरओ प्री की परीक्षाओं को जो लोकसेवा आयोग ने दो दिवसीय कराने का निर्णय लिया है उसे पुनः एक दिवसीय कराया जाय। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी छात्र उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के निर्णय के विरोध में कार्यालय के समक्ष बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एकत्रित हो अपना शांतिपूर्ण विरोध दर्ज करा रहे थे लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन पर लाठीचार्ज कर लोकतंत्र का मजाक उड़ाया हैं।
सपा प्रदेश सचिव व सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने कहा कि भाजपा सरकार को अंग्रेजों व मुगलों के नामकरण वाले शहर स्मारक से ऐलर्जी हैं जबकि उनकी कार्यप्रणाली राजतंत्र व तानाशाहीतंत्र से बढ़कर हैं।लाठी भांजना , बुलडोजर से घर गिराना ,फ्रीडम आफ स्पीच लोगों के आवाज को दबाना अलोकतांत्रिक हैं।
सांसद उज्जवल रमण सिंह ने प्रदेश की योगी सरकार से मांग किया है कि प्रतियोगी छात्रों की मांग पर गंम्भीरता पूर्वक विचार कर उनकी सशंय का समाधान करें क्योंकि दो दिवसीय परीक्षा में पेपर लीक की गुंजाइश ज्यादा होगी इसलिए एक दिवसीय परीक्षा ही कराई जाय।