केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को सूरत के सरोली में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य का जायजा लिया। यहां भारत का पहला हाई-स्पीड रेल टर्नआउट बनाया जा रहा है, जहां ट्रेनें 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी।
मीडिया से बात करते हुए रेल मंत्री ने बताया कि इस परियोजना का पहला ऑपरेशनल रूट 2027 तक तैयार हो जाएगा। शुरुआत में बुलेट ट्रेन सूरत से बिलिमोरा के बीच चलेगी। उन्होंने स्टेशन और ट्रैक बिछाने के काम का भी निरीक्षण किया और इसे काफी अच्छी प्रगति बताया।
रेल मंत्री ने कहा कि ट्रैक पर कई नई तकनीकें इस्तेमाल की जा रही हैं, जो खास तौर पर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए डिजाइन की गई हैं। इन तकनीकों का फायदा भविष्य में देश की कई अन्य रेल परियोजनाओं को भी मिलेगा।
Bharat’s bullet train project is advancing rapidly with the world’s most modern technology.
📍HSR Surat Station pic.twitter.com/j3zrFwiPKo
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) September 27, 2025
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सूरत स्टेशन की अपनी खासियत होगी। यहां सभी ट्रेनें रुकेंगी। दो ट्रैक किनारे पर और दो बीच में होंगे। स्टेशन पर दो प्लेटफॉर्म बनाए जा रहे हैं—एक मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनों के लिए और दूसरा अहमदाबाद की ओर जाने वालों के लिए। बीच में एक बड़ा सभास्थल भी होगा।
उन्होंने कहा कि हाई-स्पीड रेल टर्नआउट को खास तरह से डिजाइन किया गया है। क्योंकि जब ट्रेनें 320 से 340 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलेंगी और ट्रैक आपस में जुड़ेंगे तो ज़रा सा भी गैप नहीं होना चाहिए। यही वजह है कि इस प्रोजेक्ट में कई नई तकनीकें इस्तेमाल हो रही हैं। सूरत से बिलिमोरा का पहला रूट 2027 में शुरू हो जाएगा।
सारोली स्टेशन पर यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं तैयार की जा रही हैं। इनमें प्रतीक्षालय, नर्सरी, साफ-सुथरे शौचालय, रिटेल शॉप और शॉपिंग एरिया शामिल हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए कई लिफ्ट और एस्केलेटर लगाए जा रहे हैं। खास ध्यान बुजुर्गों, दिव्यांगों और छोटे बच्चों के साथ सफर करने वाले परिवारों की जरूरतों पर दिया जा रहा है। इसके अलावा स्पष्ट संकेत बोर्ड, सूचना कियोस्क और पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।









