Himachal Floods: उत्तर भारत के कई हिस्सों में बाढ़ और भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी हिमाचल प्रदेश पहुंचे और बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ कर्मियों से मुलाकात की और अपने दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर शेयर की।
तस्वीरों में पीएम मोदी का संदेश
पीएम मोदी ने हवाई सर्वेक्षण के दौरान इलाके की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने लिखा कि इस कठिन समय में केंद्र सरकार और प्रदेश के लोग प्रभावितों के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं और उनकी मदद के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
हवाई सर्वेक्षण के जरिए हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और लैंडस्लाइड की स्थिति का जायजा लिया। इस कठिन समय में हम प्रदेश के अपने भाई-बहनों के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं। इसके साथ ही प्रभावित लोगों की मदद के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। pic.twitter.com/PS0klVwo5c
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2025
स्वागत और दौरे का विस्तार
पीएम मोदी ने मंडी और कुल्लू जिलों का सर्वेक्षण किया और फिर कांगड़ा पहुंचे। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और विपक्ष के नेता भी गग्गल एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने मौजूद थे।
1500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता
प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के लिए 1500 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद की घोषणा की। इसमें एसडीआरएफ और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अग्रिम किस्तें शामिल हैं। प्रभावित क्षेत्रों में घरों का पुनर्निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्गों और स्कूलों का जीर्णोद्धार, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष के तहत राहत वितरण और पशुधन के लिए मिनी किट प्रदान करने जैसी योजनाएं शामिल होंगी।
आज धर्मशाला में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने आए प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का स्वागत किया।
आपदा की इस कठिन घड़ी में प्रधानमंत्री जी के हिमाचल आगमन से सभी को बहुत अपेक्षाएँ हैं। मुझे उम्मीद है कि वे प्रभावित परिवारों के हित में ज़रूर निर्णय लेंगे। pic.twitter.com/yI7HWjfWmr
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) September 9, 2025
स्कूल और जल प्रबंधन
सभी नुकसानग्रस्त स्कूलों को जियोटैग किया जाएगा ताकि समय पर सहायता मिल सके। जल संचयन और पुनर्भरण संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा, जिससे भूजल स्तर में सुधार और बेहतर जल प्रबंधन हो सके। केंद्रीय टीमों द्वारा नुकसान का आकलन करके आगे की मदद का निर्णय लिया जाएगा।
#WATCH | PM Narendra Modi interacts with NDRF and SDRF personnel as he assesses the flood situation in Himachal Pradesh.
(Video: ANI/DD News) pic.twitter.com/scs2OTaEzp
— ANI (@ANI) September 9, 2025
मुआवजा राशि की घोषणा
प्रधानमंत्री ने आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और अन्य राहत संगठनों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना भी की।
बादल फटने और बारिश से नुकसान
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार हिमाचल प्रदेश में 20 जून से 8 सितंबर के बीच बादल फटने, भूस्खलन और बाढ़ से 4,122 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इस दौरान 370 लोग मारे गए। इनमें 205 लोग बारिश से जुड़ी घटनाओं में, 43 भूस्खलन में, 17 बादल फटने में और 9 अचानक आई बाढ़ में अपनी जान गंवा बैठे। इसके अलावा 41 लोग अभी भी लापता हैं।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हिमाचल की धरती पर आपदा से हुई बर्बादी का जायज़ा लेने आ रहे हैं। उनका हिमाचल की इस पावन धरती पर हार्दिक स्वागत है।
प्रधानमंत्री देश के लिए अभिभावक के समान होते हैं। हमारी सुंदर धरती आज भयंकर पीड़ा से गुज़र रही है- घर उजड़ गए हैं, अपनों को खोने का…
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) September 9, 2025
सीएम सुक्खू का संदेश
प्रधानमंत्री के आगमन से पहले मुख्यमंत्री सुक्खू ने वन संरक्षण अधिनियम में छूट देने का आग्रह किया ताकि आपदा से भूमिहीन हुए लोगों को वन भूमि दी जा सके। उन्होंने सतत विकास, पहाड़ी राज्यों के लिए टिकाऊ विकास मॉडल और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से बचाव की रणनीति पर भी चर्चा करने का आग्रह किया।









